रांची, जुलाई 29 -- रांची। प्रमुख संवाददाता महाराजा मदरा मुंडा सेवा संस्थान न्यास ट्रस्ट और रूढ़ि सुरक्षा मंच की ओर से मंगलवार को मोरहाबादी के टैगोर हिल कार्यालय में पेसा को लेकर परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा के दौरान ट्रस्ट के संरक्षक पहलवान सिंह मुंडा ने कहा कि पिछले 28 साल में पेसा अधिनियम 1996 की नियमावली तैयार नहीं की जा सकी है। इस मामले में झारखंड के बुद्धिजीवियों को यह समझ नहीं आ रहा है कि नियमावली का प्रारूप कैसे तैयार किया जाए। वक्ताओं ने कहा कि गैर अनुसूची और अनुसूचित क्षेत्र पर पेसा लागू होता है। देश के दस राज्य एवं झारखंड के 13 जिले इसके अंतर्गत आते हैं। देश के दस राज्यों की जनजातियों के कल्याण के लिए भूरिया कमेटी का गठन हुआ था। कमेटी ने भारत वर्ष का भ्रमण किया और सभी जनजातियों की रूढ़ि एवं प्रथा का अध्ययन किया। इसके बाव...