शामली, जुलाई 16 -- कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, यह कहावत एक बार फिर सही चरितार्थ हुई। परिवार के साथ खड़ी कांवड़ लेकर हरिद्वार से आए एक 64 वर्षीय बुजुर्ग ने बीमारी के बावजूद अपने हौंसले को टूटने नहीं दिया और कांवड़ लेकर अपनी मंजिल की ओर बढ़ता चला जा रहा है। राजस्थान के महेन्द्रगढ़ के गांव खेड़ी तलका निवासी 64 वर्षीय शिवभक्त पुरुषोत्तम हरिद्वार से बोली गयी खड़ी कांवड़ लेकर अपने पुत्रों ऋषि और अंकित तथा पत्नी बीरमती के साथ कांवड़ लेकर बीती रात शामली पहुंचा, इतनी उम्र होने पर भी बुजुर्ग शिवभक्त खड़ी कांवड़ लेकर आ रहा था। बच्चों और पत्नी ने भी कहा कि हम भी साथ हैं, कांवड़ हमें दे दो लेकिन पुरुषोत्तम कांवड़िया हरिद्वार से पैदल ही खड़ी कांवड़ लेकर आ रहा था, रास्ते में उसके पैरों मंे छाले पड़ गए और ग्राम तितावी से आगे चलना ही मुश्किल हो गया। रात में कर...
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