गोरखपुर, अगस्त 8 -- गोरखपुर, कार्यालय संवाददाता। युवाओं में बढ़ रहा तनाव और बुजुर्गों का एकाकीपन उनकी मानसिक सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है। इसकी वजह से उनकी याददाश्त और सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित हो रही है। इसमें सुधार के लिए एम्स संगीत, खेल, संतुलित आहार जैसे उपायों का सहारा लेगा। इसके लिए एम्स ने आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) के साथ मिलकर कॉग्निटी हार्मोनी कार्यक्रम की शुरुआत करने का फैसला लिया है। एम्स की ओर से एक हजार से अधिक बुजुर्गों और युवाओं पर किए गए शोध में यह जानकारी सामने आई थी कि ज्यादातर की याददाश्त और सोचने समझने की शक्ति में कमी आ रही है। इसी शोध को आधार मानकर अब एम्स और आईसीएमआर ने कॉग्निटी हार्मोनी कार्यक्रम की शुरुआत करने का फैसला किया है। डॉक्टरों का मानना है कि 40 से 60 वर्ष की उम्र के व्यक्तियों में भ...
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