रुडकी, जुलाई 5 -- उमस वाली गर्मी में लोग वायरल बुखार की चपेट में आने शुरु हो गए हैं। अस्पतालों में वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। चिकित्सकों के अनुसार वायरल फीवर मौसमी बुखार होता है। जिसे ठीक होने में तकरीबन एक सप्ताह का समय लग जाता है। नारसन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. उस्मान ने बताया कि बदलते मौसम में कई तरह के संक्रमण भी फैलते हैं। वायरल फीवर के अलावा खांसी, जुखाम व त्वचा रोग होने की संभावना रहती है। इसके लिए साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाना चाहिए। गीले कपड़े को नहीं पहनना चाहिए और संक्रमित मरीज के कपड़े भी साफ सूथरे होने चाहिए। डॉ. उस्मान ने बताया कि त्वचा रोग, फीवर होने पर मरीज बगैर किसी देरी किए तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह लें।

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