उत्तरकाशी, फरवरी 3 -- रवांई घाटी के नौगांव, पुरोला सहित मोरी क्षेत्र के सेब बागवान मौसम की बेरुखी से चिंतित है। पिछले वर्ष की प्रधानमंत्री फसल बीमा के अंतर्गत सेब की बीमा राशि अब तक नहीं मिलने से बागवान आक्रोशित हैं। बागवानों ने इसके लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर शीघ्र बीमा राशि बागवानों के खाते में जमा करवाने की मांग की है। रवांई घाटी के नौगांव के सेवरी, धारी-कफ्नोल, राड़ी से लेकर पुरोला के धडोली, चालनी, सल्ला, डोखरी, नौरी आदि सहित सम्पूर्ण मोरी विकासखंड में लगभग 70 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र कृषि के साथ ही बागवानी पर निर्भर है और काश्तकारों की आजीविका का मुख्य स्रोत भी है। इस वर्ष बरसाती मौसम में औसत से कम बारिश होना व सर्दियों में अच्छी बर्फबारी न होना यहां के काश्तकारों के लिए खासी चिंता का विषय बना हुआ है। फरवरी की शुरुआत में ही म...