नई दिल्ली, अक्टूबर 1 -- वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में अगली पीढ़ी के सुधारों के तहत तमाम कंपनियों द्वारा उत्पादों के दामों में कटौती की है। खासकर ऑटो मोबाइल से लेकर ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बेचे जाने वाले उत्पादों की कीमतों में कटौती की गई, लेकिन बीमा कंपनियों द्वारा जीएसटी दरों में कमी का पूरा लाभ पॉलिसी धारक को नहीं दिया जा रहा है। उलटे कंपनियों द्वारा अतिरिक्त कवरेज समेत कई तरह के नए फॉर्मूले अपनाए जा रहे हैं, जिससे प्रीमियम घटने की जगह पर बढ़ गया है। जीएसटी परिषद ने स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम पर लगने वाले 18 फीसदी जीएसटी को घटाकर शून्य किया था। नई दरें 22 सितंबर से लागू हो चुकी है। अब 22 सितंबर के बाद जिन लोगों का प्रीमियम जमा होना है, उनके प्रीमियम में उतनी कटौती नहीं की गई है जितनी होनी चाहिए थी। स्वास्थ्य ...