आगरा। अनुज शर्मा, फरवरी 21 -- अचानक स्वास्थ्य खराब होने पर केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के कर्मचारी, शिक्षक अस्पताल नहीं जा सकेंगे। हृदयाघात जैसे हालात में भी कर्मचारी, शिक्षकों को संस्थान की दौड़ लगानी होगी। क्योंकि, बिना किसी पूर्व सूचना के अस्पताल में भर्ती होना उन्हें भारी पड़ेगा। संस्थान बिना पूर्व अनुमति के अस्पताल में भर्ती होने वाले कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ नहीं देगा। आप चौंक गए न, लेकिन यह सच है। केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के जिम्मेदारों को कर्मचारियों, शिक्षकों के स्वास्थ्य से ज्यादा पूर्व अनुमति और पूर्व स्वीकृति की चिंता है। संस्थान के कुलसचिव डॉ. चन्द्रकांत त्रिपाठी की ओर से एक आदेश जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि संस्थान के सभी शैक्षिक एवं प्रशासनिक सदस्यों को सूचित किया जाता है कि उनके स्वयं अथवा आश्रितों ...