मुजफ्फरपुर, फरवरी 17 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता मुजफ्फरपुर सहित पूरे बिहार में बीपी और शुगर के मरीजों के इलाज के लिए आए करोड़ों रुपये स्वास्थ्य विभाग के खाते में ही पड़े रह गए। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में यह बात सामने आई है। विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024 की एनसीडी (नॉन कम्युनिकेबल डिजीज) की समीक्षा की है और इसकी रिपोर्ट सभी जिलों को भेजी है। विभाग की रिपोर्ट के अनुसार मुजफ्फरपुर जिले में पिछले वित्तीय वर्ष में 61 प्रतिशत राशि का इस्तेमाल नहीं किया गया। मुजफ्फरपुर को दो करोड़ 62 लाख रुपये दिए गए थे। यह राशि मरीजों के लिए उपकरण, ट्रेनिंग और दवा खरीद के लिए भेजे गए थे। क्षेत्रीय अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. सरिता शंकर ने सभी जिलों के सीएस को पूरी राशि खर्च करने का निर्देश दिया है। राशि खर्च नहीं करने वाले 30 जिले रखे गए रेड जोन में : बीपी-श...