संतकबीरनगर, फरवरी 21 -- हिन्दुस्तान टीम, संतकबीरनगर। जिले में बीडीओ के स्तर से मनरेगा योजना में मनमाने तरीके से सामग्री कार्यों की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति दिए जाने से श्रम और सामग्री का अनुपात टूट गया है। जिसे डीएम ने गंभीरता से लिया है और बीडीओ के स्तर से सामग्री परक कार्यों के प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति दिए जाने के पॉवर पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया है। इससे प्रधानों में खलबली मची है। मनरेगा की गाइड लाइन में श्रम और सामग्री का 60:40 प्रतिशत का अनुपात निर्धारित है। मजबूत पकड़ वाले प्रधान तालमेल बिठा कर बीडीओ के स्तर से सामग्री परक कार्यो की वित्तीय - प्रशासनिक स्वीकृति अपने मनमुताबिक करा लेते है। जिससे श्रम-सामग्री का अनुपात टूट जाता है और नियम का उल्लघंन होता है। 31 मार्च को वित्तीय वर्ष समाप्त होगा। जिसके मद्देनजर सभी ब्लॉक...