मैनपुरी, जुलाई 2 -- जसराजपुर के वाईबीएस सेंटर में बीटी एक्ट के विरोध में दूसरे दिन भी सांकेतिक धरना प्रदर्शन चालू रहा। बौद्ध अनुयायियों ने सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। बुधवार को प्रातः काल धरना पर बैठे भिक्षु भंते सम्यक बोधि, भंते प्रियदर्शी, भंते पद्मानंद, भंते ध्म्मानंद व भंते प्रियदर्शी ने भगवान बुद्ध की वंदना की। भंते प्रियदर्शी ने कहा कि बोधगया में स्थित महाबोधि मंदिर बौद्ध धर्म का एक पवित्र स्थल है। उन्होंने कहा कि यहां भगवान बुद्ध को बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था। सुरेश बौद्ध ने कहा कि महाबोधि मंदिर को बौद्धों को वापस लौटाने की मांग सबसे पहले 1885 में एडविन अर्नोल्ड ने उठाई, जो इंग्लैंड के प्रसिद्ध पत्रकार और लेखक थे। इसके बाद 1891 में श्रीलंका के धर्मपाल बोधगया आए और महाबोधि सोसाइटी की स्थापना की, जिसने मंदिर पर बौद्धों...