गोरखपुर, अगस्त 8 -- रूद्र प्रताप सिंह। गोरखपुर। गैर-मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों के कारण छात्र-छात्राओं की शैक्षिक पहचान को लेकर लगातार आ रही समस्याओं पर अब बेसिक शिक्षा विभाग बड़ा कदम उठाने जा रहा है। विभाग ने साफ किया है कि अगले वर्ष के शैक्षिक सत्र से बीच की कक्षाओं में पेन (परमानेंट एजुकेशन नंबर) नंबर जनरेट नहीं किया जाएगा। अब यह सुविधा केवल प्री-प्राइमरी और कक्षा एक में ही उपलब्ध होगी। विभाग के इस फैसले से खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित अवैध स्कूलों पर रोक लगने की उम्मीद है। कारण, ये विद्यालय मान्यता विहीन होते हैं और उनका यू-डायस कोड भी नहीं होता। जब इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे पांचवीं के बाद छठवीं कक्षा में किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय में जाते हैं, तो उनके पास पेन नंबर नहीं होता। ऐसी दशा में फिर से नया पेन जनरेट क...