फरीदाबाद, अप्रैल 11 -- फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। बीके अस्पताल का नशा मुक्ति केंद्र मनोरोग विशेषज्ञ के नहीं होने से करीब आठ महीने से बंद पड़ा है। इसके चलते नशा की लत छुड़ाने वालों को बिना उपचार के वापस लौटना पड़ रहा है या फिर निजी अस्पताल जाना पड़ रहा है। सरकार नशा मुक्त हरियाणा के तहत साइक्लोथॉन का आयोजन कर रही है। इसके आयोजन में अच्छा खास पैसा बहा रही है। वहीं लोगों की नशे की लत छुड़ाने के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं है। मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर धर्मवीर नेहरा ने करीब आठ महीने पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली।अब वह अपने निजी क्लीनिक चला रहे हैं। इसके बाद से बीके अस्पताल मनाे रोग के अलावा नशे की लत छुड़ाने के लिए पहुंचाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मेडिकल वालों को भी रही है परेशानी मनोरोग विशेषज्ञ नहीं होने की वजह मेडिकल क...