बिजनौर, फरवरी 1 -- आरटीई के तहत गरीब बच्चों के दाखिलों में रिश्वत लेने के आरोप में बीएसए कार्यालय के संविदा लिपिक बुद्धिप्रकाश मीणा की सेवा समाप्त हो गई है। डीएम ने संविदा पर तैनात लिपिक की सेवा समाप्त कर दी है। आरटीई (राइट टू एजुकेशन) के तहत 25 प्रतिशत गरीबों के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में दाखिले होते है। बीएसए कार्यालय के संविदा पर तैनात लिपिक बुद्धिप्रकाश मीणा की रिश्वत लोने की सीडीओ पूर्ण बोरा से लगातार शिकायत हो रही थी। चंद दिन पहले सीडीओ ने बीएसए सहित बुद्धिप्रकाश मीणा और समस्त स्टाफ को अपने कार्यालय में बुलाया था। कार्यालय में बुलाकर सीडीओ ने लिपिक बुद्धिप्रकाश मीणा का मोबाइल लेकर चैक किया तो पैसे के लेनदेन के आरोप सही पाए गए। मोबाइल की जांच के बाद एडमिशन में पैसे के लेनदेन के आरोप सिद्ध हो गए हैं। सीडीओ ने उनके खिलाफ एफआरआई करा...