वाराणसी, सितम्बर 10 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। बीएचयू के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व विभाग ने गंगा घाटी से प्राप्त पुरातात्विक महत्व के मृदभांडों का एक संग्रह 'राष्ट्रीय समुद्री विरासत संग्रहालय लोथल को दान किया है। यह विश्वस्तरीय संग्रहालय भारत सरकार के बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय और गुजरात सरकार के सहयोग से बनाया जा रहा है। विभागाध्यक्ष प्रो. एमपी अहिरवार ने अलमगीरपुर, राईपुरा, अनाई, लतीफशाह, खपुरा और महावन के पुरातात्विक स्थलों से खोदाई में मिले मृदभांड इस संग्रहालय के महानिदेशक प्रो. वसंत शिंदे को आधिकारिक तौर पर सौंपे। उन्होंने बताया कि इनमें मुख्य मिट्टी के बर्तन प्रकारों में पेंटेड ग्रे वेयर, ग्रे वेयर, ब्लैक स्लिप्ड वेयर और रेड वेयर शामिल हैं। जो 1200 ईसा पूर्व से 800 ईस्वी तक की अवधि के हैं। प्रो. शिं...