बरेली, मार्च 17 -- ब्लॉक रिसोर्स पर्सन (बीआरपी) की नियुक्ति में धांधली के आरोप लगे हैं। डीएम को दिए शिकायती पत्र में वरीयता को नजर अंदाज करने का आरोप लगाया गया है। साथ ही मौजूदा बीआरपी ने चयन प्रक्रिया निरस्त कर दोबारा इंटरव्यू कराने की मांग की है। बीआरपी ग्राम पंचायतों में सोशल ऑडिट करते हैं। मनरेगा से कराए गए एक-एक कार्य की जांच कर दस्तावेज का परीक्षण करते हैं। बीआरपी की नियुक्ति दो साल के लिए की जाती है। शासन ने चयन प्रक्रिया में पुराने बीआरपी को 5 अंक का भारांक देने का आदेश भी दिया है। 31 मार्च को मौजूदा बीआरपी की सेवा अवधि पूरी हो रही है। हाल ही में प्रशासन ने साक्षात्कार के जरिए नए बीआरपी का चयन किया है, जो एक अप्रैल को जिम्मेदारी संभालेंगे। 15 पुराने बीआरपी में से सिर्फ दो का चयन होने पर चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए हैं। साथ ही डी...