पटना, नवम्बर 15 -- बिहार की राजनीति में एक बड़ा और प्रतीकात्मक बदलाव सामने आता दिख रहा है। यह संभव है कि 2030 में होने वाले अगले विधानसभा चुनावों के समय राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का राज्यसभा में एक भी सदस्य न हो। अगर ऐसा हुआ तो यह पिछले तीन दशकों में पहली बार होगा। वर्तमान में आरजेडी के पास राज्यसभा में पांच सदस्य हैं, लेकिन अगले कुछ वर्षों में यह संख्या लगातार घटती जाएगी। पार्टी का ऊपरी सदन में प्रतिनिधित्व राजद-केंद्रित राजनीति के कमजोर पड़ने का संकेत भी माना जा रहा है।2026 और 2028 में होने वाले चुनाव तय करेंगे आरजेडी की किस्मत आरजेडी के मौजूदा पांच सदस्यों का कार्यकाल इस तरह समाप्त होगा: अप्रैल 2026: प्रेम चंद गुप्ता (राजद के राज्यसभा में नेता) और ए. डी. सिंह। इन दोनों का कार्यकाल 2026 में समाप्त होगा। जुलाई 2028: फैज अहमद। अप्रैल 203...