गिरडीह, सितम्बर 22 -- झारखंड-बिहार सीमा से सटा गिरिडीह जिले का गावां थाना क्षेत्र अवैध शराब कारोबार का गढ़ बन चुका है। महुआ से तैयार होनेवाली देसी शराब यहां इतने बड़े पैमाने पर बनाई और बेची जा रही है कि यह अब संगठित अवैध कारोबार का रुप ले चुका है। सीमा की दुर्गम भौगोलिक बनावट सहारा गावां थाना क्षेत्र का उत्तरी इलाका सीधे बिहार के नवादा जिले के कौआकोल से जुड़ा है। सीमाई इलाका घने जंगलों और दुर्गम रास्तों से घिरा है। यही भौगोलिक स्थिति शराब तस्करों के लिए ढाल साबित हो रही है। राजोखार, ककड़ियार, बरमसिया जैसे गांव अब शराब उत्पादन और तस्करी के बड़े केंद्र बन चुके हैं। बिहार में शराबबंदी बना वरदान बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद इस धंधे ने जोर पकड़ा। सीमा से सटे होने का फायदा उठाकर यहां के सैकड़ों परिवार अवैध कारोबार से जुड़ गए। देखते-ही-दे...