नई दिल्ली, नवम्बर 16 -- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मतदाताओं की अब तक की सबसे अधिक उपस्थिति दर्ज की गई। खासकर दो दशकों में पहली बार राज्य में SIR के बाद भारी मतदान ने निर्वाचन आयोग के आत्मविश्वास को बढ़ाएगा। आयोग अगले चरण में एक दर्जन अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में SIR को लागू करने वाला है, जिनमें अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले राज्य भी शामिल हैं। मतदाताओं की भारी भागीदारी विपक्ष के वोट चोरी वाले आरोपों को कमजोर करती है। कांग्रेस के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया और राहुल गांधी ने राज्य में वोट अधिकार यात्रा भी निकाली। जनता के बीच इसे कोई खास समर्थन नहीं मिला। कांग्रेस के उम्मीदवार केवल 6 सीटों पर जीत पाए। यह भी पढ़ें- BJP को रोकने की जिम्मेदारी अकेले मुस्लिमों पर क्यों? ओवैसी ने RJD को खूब सुनाया सुप्रीम कोर्ट ने भी विपक...