नई दिल्ली।, सितम्बर 25 -- Bihar Chunav Latest Survey: बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव एक बार फिर परंपरागत कारकों जातीय गणित, गठबंधन और कल्याणकारी योजनाओं पर आधारित दिखाई दे रहे हैं। एक नए सर्वे से साफ संकेत मिला है कि बिहार की राजनीति में किसी बड़े बदलाव की बजाय पारंपरिक वोटिंग पैटर्न ही जारी रहने वाला है। हालांकि, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (JSP) ने चुनावी परिदृश्य में तीसरे ध्रुव के रूप में कुछ हद तक अनिश्चितता जरूर पैदा की है। यह सर्वे Ascendia 'Battle of Bihar 2025 के नाम से किया गया है। इस सर्वे से यह भी स्पष्ट होता दिख रहा है कि बिहार की राजनीतिक परिदृश्य अभी भी दो खेमों महागठबंधन और एनडीए के बीच बंटा हुआ है। पारंपरिक वोट बैंक अपनी जगह पर मजबूत दिखाई दे रहे हैं और उनमें ज्यादा हिलचल नहीं है।मुस्लिम-यादव समीकरण का क्या...