पटना, मई 26 -- बिहार में जमीनी स्तर पर पुलिस और उत्पाद विभाग के जवानों और अधिकारियों की मिलीभगत से शराबबंदी के नौ साल बाद भी राज्य के हर गांव और शहर में शराब बेच रहे तस्करों की नेटवर्क पर एक और चोट करने की तैयारी बड़े अधिकारी कर रहे हैं। मद्य निषेध विभाग की योजना है कि राज्य में जब्त होने वाली शराब की बोतलों पर छपे बैच और क्यूआर कोड से सप्लायरों तक पहुंचा जाए, जिनको उनके राज्यों में शराब कंपनियों से ये बोतलें बेचने के लिए मिली थी। सप्लायर तक पहुंचकर सिस्टम में थोड़ा डर पैदा करने की यह कोशिश कितना रंग लाएगी, ये भविष्य के गर्भ में हैं क्योंकि दुकानदार तो यह कहकर पल्ला झाड़ लेगा कि हमसे जिसने खरीदा, हमने बेच दी। मद्य निषेध उत्पाद विभाग के आयुक्त रजनीश कुमार सिंह ने सोमवार को विभाग के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि अन्य राज्यों स...