नई दिल्ली, अक्टूबर 26 -- Bihar Chunav 2025: बिहार की राजनीतिक हलचल अपने चरम पर है। ग्रामीण चौपालों से लेकर पटना की हलचल भरी चाय की दुकानों तक, हर कोने में यही चर्चा गूंज रही है- इस बार बाजी कौन मार लेगा? लेकिन इस जोरदार बहस के बीच एक हिस्सा पूरी तरह शांत पड़ा है। कांग्रेस के युवा प्रणेता राहुल गांधी की अनदेखी ने बिहार विधानसभा चुनाव का सबसे बड़ा रहस्यमयी मुद्दा खड़ा कर दिया है। दरअसल, पिछली बार राहुल गांधी 1 सितंबर को बिहार पहुंचे थे। पटना में उन्होंने अपनी 'मतदाता अधिकार यात्रा' की समापन सभा को संबोधित किया। उस मौके पर उन्होंने बेरोजगारी, सामाजिक न्याय और शिक्षा जैसे ज्वलंत मुद्दों पर तीखा भाषण दिया। उनका नारा था कि अगर बिहार बढ़ता है, तो पूरा भारत आगे बढ़ेगा। उस वक्त तो लगा कि वे बिहार की सियासी जंग में आक्रामक मोर्चा संभालने को बेताब ह...