पटना, मार्च 8 -- जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहा है कि भारत सरकार की ओर से जारी आर्थिक समीक्षा 2024-25 के मुताबिक, बिहार में महिला श्रम बल भागीदारी दर वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 20 प्रतिशत हो गई है, जो वर्ष 2017-18 तक केवल तीन प्रतिशत थी। संजय झा ने शनिवार को ट्वीट किया है कि बिहार के श्रम बल में महिलाओं की भागीदारी पिछले छह वर्षों में करीब सात गुनी बढ़ी है। इस एक आंकड़े से अंदाजा लगाया जा सकता है कि नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने से पहले बिहार की आधी आबादी किस तरह घरों में कैद रहती थी। मेरा मानना है कि यदि नीतीश सरकार के ऐसे बड़े कामों की सूची बनाई जाये, जिनसे बिहारी समाज में क्रांतिकारी बदलाव आया है, तो उनमें महिला सशक्तीकरण को सबसे ऊपर रखा जाएगा। आज पूरे बिहार में बड़ी संख्या में महिलाएं घरों से बाहर निकल रही हैं...