नई दिल्ली, जुलाई 10 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। बिहार में गठबंधन होने के चलते राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीतिक कमान भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के हाथ में ही रहेगी। गठबंधन के तमाम पेचों को सुलझाना प्रदेश की मौजूदा टीम के लिए बेहद मुश्किल काम है। भाजपा ने अभी तक राज्य के लिए चुनाव प्रभारियों की नियुक्ति भी नहीं की है। बिहार में अक्तूबर-नवंबर में चुनाव होने हैं। बिहार विधानसभा चुनाव भाजपा और उसके गठबंधन के लिए बेहद अहम हैं। यही वजह है कि सभी दलों को एकजुट रखना और साझा रणनीति पर अमल करने के लिए प्रभावी नेतृत्व की जरूरत है। सूत्रों के अनुसार पार्टी की राज्य की मौजूदा रणनीतिक टीम भाजपा के संगठनात्मक मुद्दों के लिए पूरी तरह से मजबूत है, लेकिन गठबंधन के मामले पर वह कमजोर पड़ती है। पूर्व मुख्यमंत्री सुशील मोदी के निधन के बाद राज्य में प...