नई दिल्ली, नवम्बर 14 -- रामनारायण श्रीवास्तव नई दिल्ली। बिहार के विधानसभा चुनावों में मजबूत और भरोसेमंद गठबंधन के जरिये भाजपा ने भविष्य के लिए अपनी गठबंधन राजनीति को नई दिशा दी है। इसका असर आने वाले विधानसभा चुनावों में भी दिख सकता है। भाजपा ने पूरा चुनाव मोदी और नीतीश की जोड़ी पर केंद्रित किया था, जो उसका बड़ा कार्ड साबित हुआ। दूसरी तरफ भाजपा ने अपनी रणनीति को भी साबित किया है। उसे इसका लाभ पश्चिम बंगाल में छह माह बाद होने वाले चुनावों में मिल सकता है, जहां उसे ममता ममता बनर्जी के खिलाफ खुद को विकल्प के रूप में पेश करना है। बिहार के नतीजे दोनों गठबंधनों के लिए चौंकाने वाले हैं। जीतने वाले एनडीए के लिए हारने वाले महागठबंधन के लिए भी। एनडीए को बड़ी जीत का भरोसा तो था, लेकिन अपनी सत्ता में 200 सीटों का आंकड़ा छूने को लेकर संशय था, तो दूसरी ...
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