पटना, अगस्त 31 -- बिहार में मतदाता अधिकार यात्रा कांग्रेस के लिए संजीवनी साबित हुई है। राहुल गांधी के नेतृत्व में निकली यात्रा ने प्रदेश में पार्टी संगठन को नई धार दी है। यहां के कांग्रेसियों को नई ऊर्जा से लबरेज कर दिया है। कांग्रेस के लिए यह यात्रा कई मायनों में खास रही। इससे आमजन से लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं तक में राहुल के नेतृत्व की स्वीकार्यता बढ़ाने में कामयाबी मिली है। अब बिहार में कांग्रेस ड्राइविंग सीट पर बैठने की जुगत में है। आगामी विधानसभा चुनाव में यह पार्टी के लिए नया अवसर जैसा है। बिहार में 1990 के बाद सत्ता से दूर होते ही कांग्रेस चर्चा ही नहीं गतिविधियों में भी सिमट गई थी। बड़े-बड़े मुद्दों पर कांग्रेसी बयानों तक सिमट गए थे। इस बार यात्रा के दौरान कांग्रेसी जिधर से गुजरे वोट चोरी के साथ अपराध, बेरोजगारी, पलायन जैसे मुद...