नई दिल्ली, नवम्बर 1 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। बिहार में चुनाव प्रचार चरम पर है। भाजपा के भी सभी प्रमुख नेता चुनाव प्रचार में उतर चुके हैं। भाजपा अपने साथ-साथ गठबंधन के उम्मीदवारों को भी जिताने के लिए पूरी ताकत से जुट गई है। संयुक्त सभाओं के साथ भाजपा के कई प्रमुख नेता सहयोगी दलों की सीटों की कमान भी संभाले हुए हैं। विपक्षी महागठबंधन के साथ कांटे की लड़ाई में भाजपा के लिए अपने साथ सहयोगी दलों की जीत की दर (स्ट्राइक रेट) बढ़ाना बेहद जरूरी है। इधर, राज्य में चुनाव के दौरान हो रही हिंसा का भी असर पड़ने और ध्रुवीकरण बढ़ने के आसार हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि राजग लगभग दो तिहाई सीटें जीतकर फिर सरकार बनाएगा। हालांकि विपक्षी गठबंधन की तरफ से भी ऐसे ही दावे किए जा रहे हैं। ऐसे में कांटे की लड़ाई में एक-एक सीट को लेकर ताकत झों...