नई दिल्ली, अक्टूबर 7 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। बिहार में भाजपा नेतृत्व टिकट वितरण को लेकर सख्त रुख अपनाएगा और परिवारवाद से दूरी बनाए रखेगा। पार्टी ने तय किया है कि किसी भी नेता के ऐसे परिजन को टिकट नहीं दिया जाएगा जो पार्टी में पहले से सक्रिय न हो या मापदंडों पर खरा न उतरता हो, चाहे वह कितना ही वरिष्ठ नेता से जुड़ा क्यों न हो। गौरतलब है कि पार्टी के लगभग एक दर्जन नेताओं ने खुद को चुनावी राजनीति से अलग करते हुए अपनी नई पीढ़ी को टिकट देने की इच्छा जताई थी। भाजपा के चुनाव रणनीतिकार उम्मीदवारों के चयन को लेकर दो बैठकें कर चुके हैं। एक अहम बैठक बुधवार को पटना में हो रही है। इसके बाद उम्मीदवारों की सीटवार सूची दिल्ली भेजी जाएगी, जहां केंद्रीय नेतृत्व पहले राज्य के कोर ग्रुप और फिर केंद्रीय चुनाव समिति के साथ चर्चा कर अंतिम निर्णय लेगा। सूत...