अनामिका, अगस्त 13 -- बिहार में बच्चों को स्कूलों तक पहुंचाने के तमाम प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। सूबे में पहली से आठवीं कक्षा तक के 65 लाख बच्चे नामांकन के बावजूद स्कूलों में पढ़ने नहीं पहुंच रहे। सरकारी स्कूलों में जुलाई माह में महज 55 से 60 फीसदी बच्चों की उपस्थिति दर्ज की गई। सूबे में पहली से पांचवीं कक्षा तक एक करोड़ से अधिक बच्चे नामांकित हैं। इनमें से 40 लाख बच्चे कक्षाओं में अनुपस्थित रह रहे हैं। छठी से आठवीं के कुल 57 लाख बच्चों में से 25 लाख कक्षाओं से गैरहाजिर मिले हैं। सिर्फ मुजफ्फरपुर में पहली से 8वीं तक के सात लाख बच्चों में से तीन लाख बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं। आंकड़ा मध्याह्न भोजन को ले बच्चों की संख्या की समीक्षा से सामने आया है। कक्षा में उपस्थित बच्चों को ही मध्याह्न भोजन दिया जाता है। मध्याह्न भोजन पाने वाले बच्चों क...