सुमित, मई 18 -- बिहार में में मानवाधिकारों की रक्षा को लेकर स्थापित स्वायत्त संस्था बिहार मानवाधिकार आयोग में शिकायतों की सुनवाई लगभग ठप पड़ी है। आयोग में सदस्य के दोनों पद पिछले एक साल से अधिक समय से खाली पड़े हैं। यही नहीं, अध्यक्ष का पद भी पिछले दो माह से अधिक समय से प्रभार में चल रहा है। ऐसे में मानव अधिकार के उल्लंघन से जुड़ी शिकायतों की सुनवाई और जांच का काम नहीं हो पा रहा। आयोग में हर दिन 50 से 60 शिकायत पहुंच रही है, पर इन शिकायतकर्ताओं को सिर्फ अगली तारीख मिल रही है। स्थायी अध्यक्ष व दोनों सदस्यों के पद लंबे समय से रिक्त होने से करीब 9000 से अधिक मामले लंबित हैं। आयोग के दस्तावेजों के मुताबिक 2024 में ही मानवाधिकार उल्लंघन के 9410 आवेदन मिले, जिनमें मात्र 3090 का ही निबटारा हो सका। यह भी पढ़ें- गर्मी के खतरों पर ऐक्शन में मानवाधि...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.