नई दिल्ली, अप्रैल 30 -- केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अगली जनगणना के साथ ही जाति जनगणना कराने का फैसला किया है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के सियासी तरकश से एक और तीर निकाल लिया है। इंडिया गठबंधन के कई नेता और खासकर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी लगातार अपनी सभाओं और पदयात्राओं में जाति जनगणना की मांग कर रहे थे लेकिन अचानक इसका फैसला कर प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों से उसका मुद्दा छीनने की कोशिश की है। 'जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी' की बात राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी दलों के नेता लंबे समय से करते रहे हैं। इसके लिए जाति जनगणना को पहली सीढ़ी बताते रहे हैं। कांग्रेस शासित कुछ राज्यों में इस तरह का जातीय सर्वे कराने का निर्देश भी राहुल गांधी दे चुके हैं लेकिन देशव्यापी जाति जगगणना क...