पटना, अक्टूबर 29 -- बिहार में पारी और बारी की बेचैनी से इस बार बगावत की आंधी ने सियासी दलों, खासकर चार दर्जन सीटों पर अधिकृत उम्मीदवारों की नींद हराम कर दी है। बागियों को मनाने का दौर जारी है। गृह मंत्री अमित शाह ने कई नाराज नेताओं को मना कर पार्टी के मोर्चे पर खड़ा भी कर दिया। बावजूद भाजपा को भी कई सीटों पर बागियों से जूझना पड़ रहा है। जदयू, राजद, कांग्रेस और हम के भी अनेक बागी अखाड़े में इन पार्टियों के अधिकृत उम्मीदवारों को ललकार रहे हैं। संबंधित पार्टियां इन्हें मनाने में नाकाम होने पर निष्कासन का डंडा भी चला रही है। लेकिन, कितने बागी अपने दल का गणित बिगाड़ पाएंगे, यह कहना जल्दीबाजी होगी। बिहार में बागियों से दल परेशान हैं। विस चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर सभी प्रमुख दलों के तपे-तपाए नेता अपने बल पर (निर्दलीय) चुनावी मैदान में कूद गए ...