नई दिल्ली, नवम्बर 11 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। बिहार विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम में कैद हो चुका है। उम्मीदवारों की हार और जीत का फैसला 14 नवंबर को मतगणना के वक्त होगा। पर, राजनीतिक दलों ने हार-जीत का आकलन शुरू कर दिया है। महागठबंधन को जहां बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है, वहीं कांग्रेस को भी सीट बढ़ने का भरोसा है। कांग्रेस रणनीतिकार मानते हैं कि पार्टी का प्रदर्शन पिछले चुनावों के मुकाबले बेहतर रहेगा। पर, पार्टी जीत के आंकड़ों को लेकर कोई दावा करने से बच रही है। क्योंकि, पार्टी के सामने सीटों की गिनती से ज्यादा साख बचाने की चुनौती है। यही वजह है कि चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। बिहार में कांग्रेस ने इस बार पिछले चुनाव के मुकाबले नौ सीट कम यानी 61 सीट पर चुनाव लड़ा है। इनमें से नौ सीट पर ...