नई दिल्ली, मार्च 20 -- बिहार विधानसभा चुनाव में करीब 6 महीने का ही वक्त बचा है। पीएम नरेंद्र मोदी खुद बिहार के कई दौरे कर चुके हैं और राज्य की यूनिट भी सक्रिय है। लेकिन भाजपा इस चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसलिए ऐसे 2 करोड़ प्रवासी बिहारियों पर भी भाजपा की नजर है, जो दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, यूपी जैसे राज्यों में बसे हुए हैं। पार्टी को लगता है कि इन लोगों को यदि लुभा लिया गया तो नतीजा पलट जा सकता है। 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच करीबी मुकाबला ही था। अब 5 साल की ऐंटी-इनकम्बैंसी और जुड़ गई है। ऐसे में यदि टाइट फाइट के आसार बने तो भाजपा इन प्रवासी बिहारियों की मदद से बढ़त लेना चाहती है। एक अनुमान के मुताबिक पूरे देश में बिहार के करीब 2 करोड़ लोग रोजगार के लिए बसे हुए हैं। इनमें से 1.3 करोड़ लोग ऐसे हैं, जि...