विश्वरंजन ओझा, सितम्बर 29 -- बिहार चुनाव: धान का कटोरा कहलाने वाला पालीगंज शुरुआती दौर में कांग्रेस व सोशलिस्टों के बीच मुकाबले का गवाह रहा है। यहां से 6 बार कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव जीत विधानसभा पहुंचे। कांग्रेस और सोशलिस्ट पार्टियों के बीच मुकाबले में पहली बार 90 के दशक में भाजपा ने उपचुनाव में भगवा लहराया। भाजपा के अलावा राजद वर भाकपा माले भी यहां से दो-दो बार बाजी मारी है। वर्तमान में पालीगंज सीट भाकपा माले के पास है। आगामी विस चुनाव का परिणाम 2020 वाला ही रहा तो कांग्रेस के बाद सबसे ज्यादा जीत दर्ज करनेवाली पार्टी भाकपा माले बन जाएगी। हालांकि जीत चाहे जिसकी हो, पालीगंज से विधानसभा पहुंचने की राह किसी के लिए भी आसान नहीं होगी। इंडिया गठबंधन में यह सीट फिर से माले के पाले में रहने की उम्मीद है तो वहीं एनडीए में भाजपा और जदयू में किसी ए...