हिन्दुस्तान ब्यूरो, नवम्बर 11 -- बिहार विधानसभा के दूसरे चरण में जमुई, गया जी और रोहतास के कुछ जंगली और दुर्गम पहाड़ी इलाकों में पहली बार मतदान होगा। नक्सल का प्रभाव होने की वजह से इन क्षेत्रों में अब तक मतदान केंद्र नहीं बनाया जा सका था, जिससे स्थानीय मतदाताओं को मतदान के लिए काफी दूर जाना पड़ता था। पहली बार गांव में ही मतदान केंद्र बनने से वे दशकों बाद भयमुक्त होकर अपने मूल स्थल पर मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। बिहार पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, जमुई विधानसभा के बरहट थाना क्षेत्र स्थित चोरमारा ग्राम में कुल 1011 एससी-एसटी मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग मूल स्थान पर करेंगे। चोरमारा जमुई, मुंगेर एवं लखीसराय जिले के नक्सलवाद गतिविधियों का प्रमुख केंद्र रहा है। यहां पर जनवरी-फरवरी 2007 में सीपीआई माओवादी ने नौवें कांग्रेस का आयोजन किया। यह भी...