नई दिल्ली, जुलाई 8 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन पुरानी गलतियों को नहीं दोहराएगा। महागठबंधन अपने वोट बैंक को एकजुट रखने की कोशिश करते हुए एनडीए के वोट में सेंध लगाने की तैयारी कर रहा है। सीमांचल पर खास नजर है। क्योंकि, पिछले चुनाव में यहां पर महागठबंधन को झटका लगा था। सीमांचल में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या काफी है। यही वजह है कि एआईएमआईएम इस क्षेत्र में कई सीटें जीतने में सफल रही थी। पर इस बार कांग्रेस और राजद दोनों सतर्क हैं। एआईएमआईएम को रोकने के लिए दोनों पार्टियों ने सीमांचल की लगभग हर सीट पर अपने-अपने पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। एआईएमआईएम ने महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई है, पर कांग्रेस और राजद ओवैसी से दूरी बनाए रखना चाहती है। वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर भी मुस्लिम मतदाताओं में नाराजगी है।...