वरीय संवाददाता, मार्च 6 -- भागलपुर समेत बिहार के पांच जिले वज्रपात के रेड जोन में हैं। पिछले पांच साल में सर्वाधिक मौतें इन्हीं जिलों में हुई हैं। अधिक वज्रपात वाले जिले पहाड़ से घिरे हैं। नदी से सटे मैदानी जिले भी वज्रपात के आगोश में हैं। पहाड़ी जिले में रोहतास, गया, औरंगाबाद और जमुई में खतरा अधिक पाया गया है। मैदानी जिलों में भागलपुर, मधेपुरा और कटिहार में ज्यादा मौतें हुई हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के आंकड़े बताते हैं कि बीते पांच साल में 1,805 लोगों की मौत सिर्फ ठनका गिरने से हुई है। राज्य सरकार ने पूर्वी बिहार, कोसी और सीमांचल के जिलों की समस्या को दूर करने के लिए अब भागलपुर में हाइब्रिड डॉप्लर वेदर राडार नेटवर्क (डीडब्ल्यूआर) संयंत्र लगाने का फैसला लिया है। इससे मौसम का सटीक पूर्वानुमान मिल सकेगा और तंत्र बचाव के उपाय को मजबूत भी करेगा...