पटना, जुलाई 10 -- बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण होगा। इनके पुरातात्विक महत्व की जानकारी आम जनमानस तक पहुंचायी जाएगी। शोधार्थियों के लिए भी ये जानकारियां सुलभ होंगी। इस महत्वपूर्ण कार्य में बिहार को इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (आईजीएनसीए), नई दिल्ली और अकादमी फॉर आर्कियोलॉजिकल हेरिटेज रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एएएचआरटी), विदिशा, मध्य प्रदेश का सहयोग मिलेगा। गुरुवार को संस्कृति मंत्री मोतीलाल प्रसाद की मौजूदगी में कला संस्कृति विभाग के पुरातत्व निदेशालय ने इस महती कार्य को सरजमीं पर उतारने के लिए आईजीएनसीए और एएएचआटी के साथ दीर्घकालिक समझौता किया। मंत्री ने बताया कि समझौता ज्ञापन के तहत बिहार की धरोहर को संरक्षित करने के लिए दोनों संस्थाएं भविष्य के कार्यक्रमों की साझी रूपरेखा तैयार करेंगी। इनके तत्वावधान में राष्ट्रीय स्त...