सीवान, फरवरी 1 -- भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की धरती सीवान में होने वाले चुनाव पर देशभर की नजर रहती है। सीवान पूर्व में कई वजहों से चर्चा में रहा है। अपने अंदाज में राजनीति करने वाले राजद के मो. शहाबुद्दीन यहां से चार बार चुनाव जीते। जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष चंद्रशेखर की हत्या के बाद सीवान देशभर के छात्रों के आंदोलन का केंद्र रहा। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ओमप्रकाश यादव से शहाबुद्दीन की पराजय के बाद भी सीवान सुर्खियों में रहा। 2009 में अमरनाथ ने जीत दर्ज कर यहां की चुनावी राजनीति को बदल दिया। इसके बाद दो दशक से राजद की वापसी नहीं हो पाई। यहां पिछले तीन बार से भाजपा और जदयू के उम्मीदवार चुनाव जीतते रहे हैं। सीवान संसदीय क्षेत्र में पहला चुनाव 1957 में हुआ। पहले सांसद कांग्रेस के झूलन सिन्हा थे। इस सीट पर कांग्रे...