पटना, सितम्बर 1 -- महज पांच वर्षों में बिहार की जीविका दीदियों ने आंध्र प्रदेश की आजीविका दीदियों को पीछे छोड़ दिया है। जीविका प्रशासन की मानें तो खुद की कंपनी चलाने में बिहार की जीविका दीदी देशभर में पहले स्थान पर हैं। दूसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश की आजीविका दीदियों का स्थान है। आंध्र की आजीविका दीदियां 15 कंपनियां चला कर स्वरोजगार कर रही हैं। सबसे ज्यादा 70 कंपनियां बिहार की ही जीविका दीदी चला रही हैं। मालूम हो कि महज दस से तीस हजार की पूंजी लगाकर कारोबार को बढ़ाया। जब कारोबार बेहतर होने लगा तो दीदियों ने मिलकर अपनी कंपनी ही खोल ली। ऐसा करने वाली कोई एक या दो जीविका दीदी नहीं है, बल्कि राज्यभर में 30 लाख से ज्यादा दीदियां हैं। इन दीदियों ने कड़ी मेहनत से पांच सालों में 70 कंपनियां चला रही हैं। इसमें केवल कृषि क्षेत्र में ही 61 कंपनी कार्...