रांची, अक्टूबर 22 -- बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के बीच की खींचतान ने अब झारखंड की राजनीति में भी हलचल ला दिया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह झारखंड में गठबंधन की गंभीरता से समीक्षा करेगा। झामुमो अध्यक्ष सह सीएम हेमंत सोरेन बिहार चुनाव के बाद गठबंधन की समीक्षा कर आगे का निर्णय लेंगे। सूत्रों के अनुसार हेमंत को राजद का राजनीतिक आचरण नागवार गुजरा है। वे पार्टी तथा कार्यकर्ताओं के सम्मान के लिए नई रणनीति बना सकते हैं। झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने मंगलवार को कहा कि महागठबंधन के प्रमुख घटक दलों ने झामुमो को आखिरी समय तक गुमराह किया। बिहार में सम्मानजनक भागीदारी नहीं मिली। झामुमो बिहार की छह सीटों पर लड़ने का ऐलान कर चुका था, गठबंधन धर्म निभाते हुए पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारने का नि...