जमशेदपुर, नवम्बर 17 -- यूनाइटेड क्लब बिष्टूपुर में रविवार को डॉ. शांति सुमन श्रद्धांजलि एवं स्मृति-संवर्द्धन समारोह हुआ। डॉ चेतना वर्मा ने उनके गीत एक कतरा सुख से कार्यक्रम की शुरुआत की। कथाकार जयनंदन ने कहा कि उनकी रचनावली प्रकाशित होनी चाहिए। उन्होंने उनकी कविता बेरोजगार हम का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें जितनी प्रतिष्ठा मिलनी चाहिए, वह नहीं मिली। शांति सुमन के भाई डॉ बुद्धिनाथ ने कहा कि उनकी रचना में पतंग के पंख और दीपक की लौ भी हैं। मुजफ्फरपुर के डॉ. चितरंजन कुमार ने कहा कि उन्हें समझने के लिए नवगीत, जनगीत और गद्य को भी देखना होगा। उन्होंने कहा कि जल झुका हिरन उपन्यास में विवाहेतर संबंध पर लिखा गया। आज़मगढ़ के प्राध्यापक डॉ. मोहन कुमार ने कहा कि उन्होंने सत्ता और हालात से सताए व्यक्तियों को अपनी रचना में जगह दी। पटना विश्वविद्यालय के ...
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