गोरखपुर, सितम्बर 18 -- गोरखपुर। राजीव दत्त पाण्डेय वित्त वर्ष 2024-25 में सम्पत्तिकर से 110 करोड़ की आय अर्जित करने वाले नगर निगम का सम्पत्तिकर विभाग और सम्पत्तिकर का एप्लीकेशन और सॉफ्टवेयर विकसित करने वाली फर्म का रवैया महानगरवासियों का उत्पीड़न करने वाला है। लाजीकूफ टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड गोरखपुर से जारी किए जा रहे जीआईएस आधारित सम्पत्तिकर के बिल में संशोधन के बाद भी उपभोक्ताओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। वार्षिक दर मूल्य (एआरवी) में कमी आने पर केवल वर्तमान बिल (करंट) में बदलाव हो रहा लेकिन बकाया (एरियर) में संशोधन नहीं किया जा रहा है। तकरीबन 45 लाख खर्च कर गोरखपुर नगर निगम ने लाजीकूफ टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड गोरखपुर को साफ्टवेयर विकसित करने का ठेका दिया था, लेकिन इस फर्म की कार्यशैली पर नगर निगम सदन की बैठकों में पार्षदो...
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