नई दिल्ली, नवम्बर 5 -- नई दिल्ली, अरविंद सिंह। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर ट्रेन हादसे ने भारतीय रेल के सुरक्षित ट्रेन परिचालन के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रेलवे का दावा है कि मेमू लोकल ट्रेन के लोको पायलट व सहायक लोको पायलट ने लाल सिग्नल को पार करते हुए आगे खड़ी मालगाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में दोनों पायलट सहित कुल 11 रेल यात्रियों की मौत हो गई। रेलवे विशेषज्ञों का तर्क है कि रेल संरक्षा कार्यो को आउट सोर्स करने के कारण ट्रेन परिचाल सुरक्षित नहीं रह गया है। रेलवे बोर्ड का दावा है कि मंगलवार को मेमू लोकल ट्रेन (कोरबा-बिलासपुर पैसेंजर) के लोको पायलट विद्यासागर व सहायक लोको पायलट रश्मी राज ने लाल सिग्नल की अनदेखी करते हुए 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आगे खड़ी मालागाड़ी मे टक्कर मार दी। विशेषज्ञों का तर्क है कि नियमत: सुरक्षि...