पीलीभीत, जून 30 -- पीलीभीत। उप्र राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा पिछले अप्रैल और जून माह में कराए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट आ गई है। इसमें जिले के लिए अच्छी खबर यह कि मेस्टन धर्मशाला और राजा वेणु का टीला शाहगढ़ को संरक्षित किए जाने की दिशा में सकारात्मक संकेत मिले हैं। जबकि खनन के कारण प्रभावित हो चुके बिलईखेड़ा जहानाबाद के टीले को अब संरक्षित किए जाने की उम्मीदों को झटका लगा है। पिछले साल एक सितंबर को सामाजिक सरोकार से जुड़ाव रखने वाले अधिवक्ता शिवम कश्यप उप्र राज्य पुरातत्व विभाग की निदेशक को पत्र भेज कर 1914 में बनी मेस्टन धर्मशाला संरक्षित करने का आग्रह किया था। इसके बाद राज्य पुरातत्व विभाग के प्रतिनिधियों ने आकर धर्मशाला और शाहगढ़ के राजा वेणु का टीला का सर्वे किया था। अब 12 अप्रैल को किए गए सर्वे की निरीक्षण आख्या जारी कर दी गई है। इसमें...