बस्ती, नवम्बर 16 -- छावनी। छावनी क्षेत्र के अमोढ़ा में शनिवार को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया। कार्यक्रम के दौरान भगवान बिरसा मुंडा के जीवन और उनके योगदान पर विस्तृत चर्चा हुई। वक्ताओं ने उन्हें धरती आबा के रूप में याद किया, जिन्होंने जल, जंगल और जमीन के अधिकारों के लिए आदिवासी समाज को एकजुट किया। बिरसा मुंडा को आदिवासी अस्मिता का प्रतीक माना जाता है। उन्होंने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और अपने बलिदान से स्वतंत्रता की मशाल जलाई। उनकी शौर्यगाथा और आत्मगौरव आज भी नए भारत के निर्माण में प्रेरणा स्रोत है। इस अवसर पर कई प्रमुख व्यक्ति और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इनमें बलराम गोंड, अखिलेश गोंड, शुभम गोंड, आशीष गोंड, राजकुमार गोंड, पवन गोंड, सूरज गोंड, अरुण गोंड, सरोज देवी, कौ...