वरीय संवाददाता, अगस्त 22 -- बिहार के शिक्षा विभाग में अजब-गजब खुलासे हो रहे हैं। अररिया जिले में जांच के दौरान ऐसा ही दिलचस्प मामला सामने आया है जिसमें एक अभ्यर्थी शिक्षक पात्रता परीक्षा पास किए बिना ही बीपीएससी टीआरई-2 के शिक्षक बन गए। यही नहीं नियुक्ति पत्र लेकर उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक के रूप में योगदान भी दे दिए। लेकिन जब शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक प्रमाणपत्रों की जांच हुई तो खुलासा हुआ कि ये अभ्यर्थी गलत तरीके से नियुक्त हुए हैं। जांच में एसटीईटी 2023 में निर्गत प्रमाणपत्र में 74 अंक मिले थे, जिसमें साफ लिखा था नोट क्वालिफायड। इसके बावजूद शिक्षक के रूप में नियुक्ति पत्र मिलना अपने आप में हैरतअंगेज है। हालांकि डीईओ संजय कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी है। बर्खास्त किये गये शिक्षक शैलेश मिश्रा क...