नई दिल्ली, अगस्त 21 -- बिना लोहे का इस्तेमाल किए पत्थरों से बने अयोध्या राम मंदिर के निर्माण के विषय को आईआईटी रुड़की और सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई) के सिलेबस में शामिल किया जा सकता है। सीबीआरआई संस्थान देश में बिल्डिंग साइंस और टेक्नोलॉजी का विकास और प्रचार करता है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने पिछले तीन दिनों में अयोध्या में आयोजित एक बैठक में दोनों संस्थानों को पांच वर्षों के वीडियो फुटेज सौंपने का निर्णय लिया है ताकि उन्हें अध्ययन सामग्री के रूप में तैयार किया जा सके और एक डॉक्यूमेंट्री में भी दिखाया जा सके। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बुधवार को बताया कि जैसे ही वह दिल्ली लौटेंगे, वह दोनों संस्थानों के प्रमुखों को आमंत्रित करेंगे और इस संबंध में उनके...