गया, जुलाई 13 -- शहर के जयप्रकाश नारायण अस्पताल परिसर में स्थित एक जर्जर भवन में मलेरिया विभाग का कार्यालय चल रहा है। यहां 25 लैब टेक्निशियन की जगह है। लेकिन, यहां एक भी नहीं है। ऐसे में जांच प्रभावित हो रही है। यहां लैब टेक्निशियन नहीं रहने के कारण मलेरिया की जांच जो स्लाइड से होनी चाहिए वह नहीं हो पा रही है। किट से मलेरिया की जांच की जा रही है। ऐसे में किट से जांच होने पर कई बार गलत रिपोर्ट भी आ जाती है। कई बार ऐसा भी हुआ है कि मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गयी। लेकिन, वह रहता नहीं है। कभी निगेटिव आने के बाद भी वह पॉजिटिव रहता है, जबकि स्लाइड से जांच को गोल्ड स्टैंर्डड मेथर्ड माना जाता है। इस वर्ष अब तक मिले हैं 10 मलेरिया के मरीज जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. एमई हक ने बताया कि इस वर्ष 2025 में जनवरी से लेकर जून तक 5557 लोगों...