मुंगेर, मई 7 -- मुंगेर, निज संवाददाता। साइबर अपराधी जहां नई-नई तकनीक से साइबर अपराध की घटनाओं को अंजाम देने में लगे हैं। वहीं साइबर थाना में दर्ज साइबर क्राइम की घटना का अनुसंधान करने के लिए टेक्नीकल जानकार पुलिस पदाधिकारी साइबर थाना में नहीं है। प्रमोशन पाकर पुलिस इंस्पेक्टर बने अधिक उम्र के 05 पुलिस पदाधिकारियों को साइबर अपराध का अनुसंधानकर्ता बनाया गया है। जिन्हें साइबर संबंधी इंटरनेट, एंड्रायड मोबाइल के विभिन्न ऐप या गूगल की तकनीकी जानकारी तक नहीं है। नियम के अनुसार आईटी एक्ट के तहत साइबर थाना में दर्ज होने वाले साइबर क्राइम का अनुसंधानकर्ता इंस्पेक्टर स्तर के पदाधिकारी को बनाया जाना है। नियम के अनुरूप अधिक उम्र वाले प्रमोटी पुलिस पदाधिकारी को अनुसंधानकर्ता तो बना दिया गया है। लेकिन अनुसंधानकर्ता पुलिस पदाधिकारी तकनीकी ज्ञान के अभाव म...